२. आरोपी में से एक जी.पी.ओ. का कर्मचारी ।
३. बुरहानपुर व इंदौर में पूर्व में भी वारदात करना स्वीकारा ।
फर्जी पुलिस/इनकम टेक्स अधिकारी बनकर ठगी करने वाले गिरोह की पतारसी करने के निर्देश पुलिस महानिरीक्षक श्री संजयराणा द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री डी. श्रीनिवास राव व पुलिस अधीक्षक (पूर्व/अपराध) श्री मकरंद देउस्कर को दिये थे । इसी कडी में फरियादी अजय अग्रवाल पुलिस महानिरीक्षक से मिले व उन्हें शिकायत किया कि उन्हें विजिलेंस अधिकारी होने का भय बताकर अज्ञात बदमाशों ने नौ लाख रूपये ठग लिऐ है इस पर पुलिस महानिरीक्षक द्वारा तत्काल पतारसी के निर्देश दिये गये थे । श्री मकरंद देउस्कर ने अति. पुलिस अधीक्षक (अपराध) अरविन्द तिवारी को प्रकरण की गंभीरता को देखते हुऐ त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया । श्री तिवारी ने उप पुलिस अधीक्षक जीतेन्द्रसिंह के नेतृत्व में क्राईम ब्रांच के उप निरीक्षक मनीषराज सिंह भदौरिया एवं आर. ओमप्रकाश तिवारी ,दीपक पंवार ,रज्जाक खान ,विजयसिंह एवं मनीष जाट को अज्ञात बदमाशों की धरपकड हेतु लगाया तब इस टीम ने अपना जाल बिछाकर पतारसी की तो जानकारी मिली कि दिनांक ८/१/१० को सुबह सफेद रंग की इनोवा पर लाल बत्ती लगाकर वल्लभ नगर के दो व्यक्ति पलासिया तरफ दिखे थे तब क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा जाल बिछाकर व्यापारी बनकर फर्जी विजिलेंस अधिकारी को और पैसे देने का लालच दिया तो दो फर्जी विजिलेंस अधिकारी लालच में आकर पुलिस के जाल में फंस गया । प्रारंभिक पूछताछ पर उक्त दोनों बदमाशों से रोचक जानकारी प्राप्त हुई । बदमाशों ने अपना नाम १. राकेश पिता जयराम बुंदेला उम्र ३१ साल निवासी ५७ न्यू देवास रोड़ वल्लभ नगर इंदौर २. संतोष पिता विठ्ठलराव मखर उम्र ३८ साल निवासी १२ पार्क रोड़ वल्लभ नगर इंदौर बताया । संतोष मखर छावनी स्थित जी.पी.ओ. में चपरासी के पद पर पदस्थ है तथा राकेश बुंदेला वाहन चालक है जिसने पूर्व में फरियादी अजय अग्रवाल के यहां भी ड्रायवरी करना बताया इस कारण से राकेश बुंदेला को अजय अग्रवाल के संबध में संपूर्ण जानकारी थी इसी का फायदा उठाते हुऐ राकेश बुंदेला ने अपने साथी संतोष मखर को साथ लेकर अजय अग्रवाल को ठगने का प्लान बनाया तथा प्लान के तहत इनोवा कार ट्रेवल्स से किराये पर ली तथा उस पर लाल बत्ती लगाकर दिनांक ८/१/१० को प्रातः ७.३० बजे अजय अग्रवाल के घर पंहुचे तथा अजय अग्रवाल को बाहर बुलाकर संतोष मखर ने स्वयं को भोपाल का विजिलेंस अधिकारी बताकर धमकी दी कि तुम्हारे घर में दो नंबर के काफी पैसे रखे हुऐ है जिसे जप्त करना है जल्दी निकालकर ले आओ नहीं तो ऐसा केस लगाउंगा कि पूरे परिवार ता उम्र जेल में सडते रहोगे । इस पर फरियादी अजय अग्रवाल काफी घबरा गया तथा उसने घर में रखे नौ लाख रूपये नगद निकालकर उसे दे दिये । उस समय राकेश बुंदेला आगे की सीट पर सिर पर टोपा लगाकर मुंह छिपाकर बैठा रहा । आरोपीगणों ने पूछताछ पर बुरहानपुर तथा इंदौर में कई ओर ठगी करना बताया है । जिसकी तस्दीक की जा रही है । आरोपीगणों से अभी तक कुल चार लाख साठ हजार रूपये नगद बरामद हुए है तथा शेष रकम पोस्ट आफिस एवं बैंक में जमा करना बताया है, जिसकी पासबुक बरामद की गई है । प्रकरण में इनोवा वाहन चालक विमल पटेल निवासी अजनोद की भूमिका की तस्दीक की जा रही है ।
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