Tuesday, December 22, 2009

आईआईएम मे हुई प्रोफेसर की हत्या का पर्दाफॉश,

इन्दौर-दिनांक १७-१८ दिसम्बर २००९ की मध्य रात्री को आईआईएम परिसर में प्रोफेसर अमृता पंचोली के अन्धें कत्ल की घटना का पर्दाफॉश कर दो आरोपियो को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है। दिनांक १७-१८ दिसम्बर २००९ की मध्य रात्री में आईआईएम परिसर स्थित मकान न० ३२ बी में प्रोफेसर अमृता पंचोली की रक्त रंजित लाश पाई गई थी, घटना के सम्बध मे घरेलू नौकरानी श्रीमती शारदाबाई द्वारा रिपोर्ट लिखाने पर थाना किशनगंज में हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारम्भ की गई। आईआईएम परिसर में उपरोक्त गम्भीर घटना घटित होने पर घटना की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियो श्री संजय राणा पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर झोन इन्दौर, श्री विपिन माहेश्वरी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/ उप महानिरीक्षक इन्दौर, श्री डी.श्रीनिवास वर्मा पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश विवेचना हेतु दिये गये, तथा उपरोक्त अन्धे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिये श्री डी. निवास वर्मा पुलिस अधीक्षक (पश्चिम ) के नेतृत्व मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र शुक्ला, अरविन्द्र तिवारी, एसडीओपी मनीष खत्री, एवं अपराध शाखा , किशनगंज, व महू थाने की एक समर्पित टीम तैयार की गई, घटना के सम्बध मे पतारसी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री विपिन माहेश्वरी द्वारा १० हजार रूपये के पुरूष्कार की घोषणा की गई, घटना स्थल का निरीक्षण एफएसएल के प्रभारी एव ज्येष्ट वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. श्री सुधीर शर्मा एवं उनकी टीम द्वारा किया जाकर घटना स्थल पर अविलम्ब पहुॅच कर घटना स्थल को सुरक्षित कर उत्तम तरीके से आवश्यक साक्ष्य संकलित किये गये, मृतिका के उदयपुर व जयपुर के सम्बध में जॉच हेतु डीएसपी क्राईम श्री जितेन्द्रसिह के नेतृत्व मे एक दल भेजा गया। विवेचना के दौरान पाया गया कि मृतिका के दो मोबाइल फोन सोनी एरिक्शन, नौकिया, कम्पनी के तथा एटीएम कार्ड, जेवरात, व लेडिज हाथ घडी एवं नगदी रूपये भी लूटे गये है तत्पश्चात प्रकरण मे धारा ३९४.३९७. भादवि बढाई गई, उपरोक्त प्रकरण की विवेचना के दौरान यह तथ्य जानकारी मे आया था कि मृतिका अमृता पंचोली जो कि अकेली रहती थी उनकी प्रायवेट अल्टो कार मे साफ-सफाई या अन्य कार्य तथा बाजार खरीदी करने के लिये जाते समय आईआईएम के ड्रायवर अनिल पटेल को साथ ले जाती थी, एवं घटना के दूसरे दिन सुबह मृतिका के माता-पिता व परिवारजन राजस्थान से आने वाले थे, उनको रिसीव करने हेतु अल्टो कार को ले जाना था, इसलिये उसकी साफ-सफाई कराने एवं स्टेपनी जुडवाने हेतु ड्रायवर अनिल पटेल को मृतिका द्वारा भेजा गया था इसके पश्चात्‌ दिनांक १७ दिसम्बर २००९ को शाम करीब ६ बजे से ८ बजे के बीच मृतिका अमृता पंचोली के घर व घटना स्थल के आस-पास ड्रायवर अनिल पटेल को टहलते हुए देखा गया था एवं आईआईएम से बाहर जाने वाली बसो से ड्रायवर अनिल पटेल का परिसर से बाहर जाना नही पाया गया, इस आधार पर अनिल पटेल की पूर्व मे थाना सेन्ट्रल कोतवाली इन्दौर मे मोटर सायकल चोरी का अपराधिक रिकार्ड होने से अनिल पटेल को संदिग्ध होना पाया जाने से अनिल पटेल से पूछताछ की गई, जो पूर्व में ना नुकुर किया, किन्तु उसके विरूद्ध पाये गये तथ्यो को बताने पर अनिल पटेल ने प्रोफेसर अमृता पंचोली की चाकू से हत्या करना एवं दो मोबाइल फोन, जेवरात,एटीएम कार्ड,नगदी, लूटना कबूल किया। आरोपी अनिल पटेल को गिरफ्तार किया गया, आरोपी के मेमोरेण्डम के आधार पर घटना के समय आरोपी द्वारा पहिने खून अलूदा कपडे तथा लूटा गया मश्रुका जिनमे दो मोबाईल फोन, सोनी एरिक्शन तथा नौकिया कम्पनी के, एवं मृतिका का एटीएम कार्ड, जेवरात, लेडिज हाथ घडी एवं नगदी ४६० रूपये जप्त किये गये एवं मश्रुका खुर्द-बुर्द करने तथा अपराधिक षड़यंत्र करने वाले आरोपी भावेश सोनी को धारा ३०२१.२०१.१२०बी. ४१४ भादवि के अन्तर्गत गिरफ्तार किया गया है। आरोपी अनिल पटेल से की गई पूछताछ मे बताया कि दिनांक १५ दिसम्बर २००९ को मृतिका अमृता पंचोली द्वारा आईआईएम के ड्रायवर अनिल पटेल को उनकी अल्टो कार की स्टेपनी पंचर जुडवाने के लिये दी थी, जिसे वापस लाने के लिये दिनांक १७ दिसम्बर २००९ को अनिल पटेल को कार की चॉबी देकर भेजा था, तब अनिल पटेल द्वारा स्टेपनी को मोटर सायकल पर ले जाकर आईआईएम परिसर के गेट नम्बर १ के बाहर पंचर जुडवाई और वापस स्टेपनी कार मे रख दी, चूॅकि मृतिका के साथ बाजार जाने के दौरान अनिल पटेल को कार मे घर की चॉबी रखी जाने की जानकारी थी, इसी दौरान अनिल पटेल के दिमाग मे लालच आया, इसलिये कार के अन्दर मृतिका के घर की रखी हुई चॉबी उठा ली और मृतिका के घर जाकर घर का ताला खोलकर अन्दर जाकर पीछे के दरवाजे की चटकनी खोल दी और पर्दा लगा दिया इसके बाद पुनः मृतिका के मकान को लॉक कर चॉबी वापस कार मे रखकर, कार लॉक कर कार की चॉबी मृतिका को कार्यालय में देकर चला गया, आरोपी अनिल को इस बात की भी जानकारी थी कि मृतिका कार्यालय से अक्सर लेट आती है इस लिये आरोपी शाम को मृतिका के घर के आस-पास ही घूमता रहा और जब शाम ७.३० बजे अंतिम बस व सभी कर्मचारी चले गये तब आरोपी अनिल पटेल मृतिका के घर में पीछे के दरवाजे से घुसकर चटकनी अन्दर से बन्द कर छत पर सीढियो के पास छुपकर बैठ गया, आरोपी मृतिका के वापस आकर सोने का इंतजार करता रहा तब रात करीब १२ बजे जब मृतिका सो गई तब आरोपी अनिल पटेल द्वारा मृतिका को धमकाया, एवं एटीएम व उसके कोड नम्बर के सम्बध मे पूछा मृतिका द्वारा विरोध करने व चिल्लाने पर चाकू से मारपीट कर हत्या कर दी, व मृतिका के दो मोबाइल फोन सोनी एरिक्शन व नौकिया कम्पनी के जेवरात, नगदी, व एटीएम कार्ड लूट लिया, आरोपी अनिल पटेल सुबह ५.३० बजे तक मृतिका के घर मे रहा, व उसके बाद पिछले दरवाजे से निकल कर चला गया, इसके बाद दोस्त भावेश सोनी के साथ मिलकर स्टेट बैंक ऑफ इन्दौर के अन्नपूर्णा व सपना संगीता रोड स्थित एटीएम से नगदी रूपये निकालने का असफल प्रयास किया। गिरफ्तार शुदा आरोपीगण १- अनिल पटेल पिता रामचन्द्र पटेल (३०) जाति खाती, निवासी ३४ ए बृजबिहार कालोनी अन्नपूर्णा रोड इन्दौर हाल ड्रायवर आईआईएम इन्दौर, २- भावेश पिता अनौखीलाल सोनी (१९) निवासी २०७ बृजबिहार कालोनी अन्नपूर्णा रोड इन्दौर ,गिरफ्तार शुदा आरोपीगणो का पुलिस रिमाण्ड हासिल किया जा रहा है और बारीकी से पूछताछ की जावेगी। आरोपी अनिल पटेल ने घटना के समय जो कपडे (पेन्ट,शर्ट,मोजे, आदि) पहिन रखे थे, उन्हे धो दिया था, किन्तु ज्येष्ट वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. सुधीर शर्मा द्वारा आरोपी के कपडो मे रक्त का वैन्जिडीन टेस्ट किया गया, जो धनात्मक पाया गया है । उपरोक्त अन्धेकत्ल का पर्दाफॉश कर आरोपियो को गिरफ्तार करने एवं लूटा गया माल-मश्रुका बरामद करने में थाना प्रभारी महू, दौलतसिह गुर्जर, थाना प्रभारी किशनगंज रघुप्रसाद, निरीक्षक क्राईम ब्रान्च एस.एस. यादव, उपनिरीक्षक मनीषराजसिह भदौरिया,दलसिह परमार, अनिल यादव, सी.बी.चड़ार एवं दिपिका शिन्दे, प्रधान आरक्षक जितेन्द्र मिश्रा, मेहताबसिह, मनोहर बडोदिया, आदेश, पन्नालाल, आरक्षक इफ्‌त्खार, योगेश रधुवंशी, ओंमप्रकाश तिवारी, दीपकपंवार, रज्जाक खान, विजयसिह, आर्दश दिक्षित एवं अनिल अहिरवार,मनीष जाट की सराहनीय भूमिका रही है, जिन्हे पुरूष्कृत करने की घोषणा की गई।

1 comment:

  1. आपके इस प्रयास से बहुत जानकारियाँ आसानी से मिलने लगेगी. बहुत बहुत धन्यवाद.

    Prakash Hindustani
    bureau chief,
    SAHARA SAMAY, INDORE
    www.prakashhindustani.com

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