Wednesday, November 4, 2009

ग्रेटर कैलाष हास्पिटल के मालिक डॉ. बंडी की हत्या की सुपारी लेने बाबत फोन पर धमकी देने वाला गिरफ्तार



वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/उप पुलिस महानिरीक्षक श्री विपिन माहेष्वरी ने बताया कि गत दिवस ग्रेटर कैलाष हास्पिटल के संचालक डॉ. अनिल बंडी को अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके मोबाइल फोन पर उनकी हत्या की करोड़ रुपयें की सुपारी लेने बाबत धमकया गया था। उक्त घटना की प्रथम सूचना रिपोर्ट थाना पलासिया पर अप.७६८/०९ धारा ५०७ भादवि. के तहत दर्ज की गई है। घटना की प्रारंभिक विवेचना थाना पलासिया द्वारा की गई। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी महोदय ने उक्त प्रकरण की विवेचना क्राइम ब्रांच को सौपी थी।

क्राइम ब्रांच के अति०पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद तिवारी, उप पुलिस अधीक्षक जितेन्द्रसिंह उनकी टीम ने जब मामले की जांच पड़ताल की तो प्रारंभ में घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन की जानकारी जुटाने पर पुलिस विवेचना को उचित दिषा नहीं मिली। तब अति०पुलिस अधीक्षक तिवारी के निर्देष पर उप पुलिस अधीक्षक जितेन्द्रसिंह, निरीक्षक श्री एस।एस.यादव उप निरीक्षक अनिलसिंह चौहान, आरक्षक रामप्रकाष वाजेपयी, सुरेष यादव, मनोज राठौड़,रामपाल तथा मनिष जाट राकेष गुर्जर को मोबाइल सिम खरीदने हेतु दिए गए फोटोग्राफ को डॉ० बंडी के अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों को दिखवाने बाबत दिया। इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि उक्त फोटो डॉ० के अस्पताल में वर्ष पूर्व कार्यरत सफाई कर्मचारी कालू का है। पुलिस ने कालू से जब पूछताछ की तो उसने बताया फोटो ठेकेदार रूपेष कुषवाह खींचा जाना बताया। क्राइम ब्रांच जब पुलिस ने रूपेष कुषवाह पिता रामचन्द्र कुषवाह जाति अहीरवार काछी उम्र २५ साल निवासी- ५०६/,मालवीय नगर थाना एमआयजी,इंदौर को पूछताछ के लिये लायी तो पहले उसने गुमराह करने की कोषिष किया।

क्राइम ब्रांच द्वारा कड़ाई पूछताछ करने पर उसने बताया कि हास्पिटल में काम को लेकर डॉ० बंडी कई बार मुझे मेरे पार्टनर शर्माजी को डाटडपट कर चुके थे तथा कई बार उन्होने ने शर्माजी को नोटिस भी दिया। इसी बात पर से शर्माजी भी मुझे गाली गलौज करते थे। मेरी शादी २७/११/२००९ को होने वाली है। शादी का बर्डन भी मुझ पर है। इसी बात पर से मैंने सोचा की मेरी शादी का भी काम हो जाय और हास्पिटल मे डॉ.बंडी ज्यादा डाटडपट करें। इसलिये मैंने उन्हे सबक सिखाने के लिऐ। एक योजना बनायी। कई बार सोचता था कि डॉ.बंडी का दिमाग मेरी ओर से हटाकर किसी मेटर पर लगा दू तो मेरा काम सही चलता रहेगा और डॉ.बंडी का दिमाग मेटर पर लगा रहेगा। इसी उद्देष्य से मैने एक मोबाइल सीम एयरटेल कंपनी की आनंद बाजार से खरीदी। यह सीम मैंने एक्टीवेट करा ली। सबसे पहले मैंने इसी सीम से डॉक्टर बंडी को एक फोन किया और कहा कि आपकी जान को खतरा है आप संभलकर रहना। डॉ० बंडी ने फिर रिप्लाय दिया कि अच्छा है वेरी गुड।कौन मारना चाहता है यह भी बता दो।मैंने कहा कि एक दो दिन में बताता हूॅ। फिर मैंने मोबाइल फोन डिस्कनेक्ट कर दिया। यह कॉल मैंने इंदौर में बंगाली चौराहा के आसपास से लगाया था। इसके बाद मैंने दो दिन बाद रिंग रोड़ चौहारा बर्फानीधाम के पास से डॉ० बंडी को मोबाइल किया बोला कि आपको मारने की सुपारी मैंने ली है जिसमें चार लोग है जिसमे कमीष्नर भी है और मैंने फोन बंद कर दिया।दिनांक २९/१०/०९ के करीब भोपाल गया था।भोपाल से मैंने एक बार डॉ.बंडी के मोबाइल नंबर पर मिसकॉल दिया था। आरोपी के खिलाफ धारा ४२०,४६७, ४६८ भादवि. के तहत भी कार्यवाही की जा रही है। आरोपी से पूछताछ जारी है।

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