Thursday, June 27, 2013

फिरौती के लिए अपहरण करने वाला गिरोह पकडाया





इन्दौर -दिनांक 27 जून 2013- इन्दौर पुलिस ने एक 6 वर्षीय बालक कृष्णाप्रसाद पिता रामललित प्रसाद निवासी मारूति नगर थाना बेटमा का फिरौती के लिए अपहरण करने वालो को 15 घंटे के अन्दर ही गिरफतार कर बच्चे को सकुशल छुडाया।
             पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर रेन्ज शहर श्री राकेश गुप्ता ने बताया कि, दिनांक 26 जून 2013 को रात्रि करीब 1100 बजे मारूति नगर बेटमा निवासी रामललित प्रसाद ने थाना बेटमा आकर सूचित किया कि, किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसके 6 वर्षीय बालक कृष्णाप्रसाद का अपहरण कर लिया है और 11 लाख रूपयों की फिरौती मांग की गई है। फिरौती करने वाले ने उसके बच्चे से फोन पर बात भी कराई जाकर पुष्टि की तो बच्चा अत्याधिक असहज एवं डरा सहमा सा लग रहा था और किसी चार पहिया वाहन में होने की बात कह रहा था। इस सूचना पर तत्काल थाना बेटमा पर फिरौती के लिए अपराध करने हेतु अप. क्र 239/13 धारा 364-ए भादवि पंजीबद्व किया जाकर इसकी सूचना श्री अनिल सिंह कुशवाह, पुलिस अधीक्षक पश्चिम को दी गई। पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री कुशवाह द्वारा गंभीर घटना से समस्त वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया तथा अधीनस्थअतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महूं श्री अरविन्द तिवारी, एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री दिलीप सोनी को निर्देशित किया जाकर, रात्रि को 1130 बजे ही टीमें गठित की जाकर, अज्ञात बदमाशों को पकडने की योजना अमल में लाई गई।
               चूंकि घटना देर रात हुई थी, तो यह संभावना थी कि बदमाश किसी न किसी रास्ते से बालक को बाहर ले जा सकते है इस बात को ध्यान में रखते हुए सम्पूर्ण शहर की नाकाबंदी की जाकर समस्त चार पहिया वाहनों की सघन एवं सूक्ष्म चेंकिग की गई। इसी दौरान रात में ही घटना स्थल के आपसपास के लोगो से बातचीत की गई तो यह जानकारी प्रकाश में आई कि पडोस में रहने वाला कल्लू उर्फ धीरज रजक के पास एक मारूति 800 कार में तीन लडके दिन में आये थे एवं उसके साथ देखे गये थे। इसी आधार पर समानान्तर जांच जारी रखते हुए कल्लू को बेटमा पुलिस द्वारा पकडा गया तो वह रात भर पुलिस को गुमराह करता रहा। बाद में पुलिस के सामने टूट गया और उसने बताया कि वह मूलतः ग्राम महाराजपुर जिला छतरपुर का रहने वाला है जहां के उसके दो अन्य साथी सोहित चौरसिया एवं मोहित, इन्दौर में विजय नगर क्षेत्र में रहते, जो मारूति 800 में बेटमा आये थे जिनकेसाथ रामविष्णु उर्फ नितेश चौधरी भी था। कल्लू ने बताया कि शोभित के एक साथी के पास बजाज एवेन्जर मोटर सायकल है जिसका नम्बर एमपी 09 एमडी 6822 है।
               बदमाशों ने फिरौती मांगते समय यह कहा था कि कह सुबह 1100 बजे बात करेंगे इसी बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस द्वारा फरियादी से लगातार सम्पर्क बनाये रखा। जिससे ज्ञात हुआ कि पैसों के लिए बदमाशों द्वारा फरियादी से सौदेबाजी कर 7 लाख फिर बाद में 5 लाख रूपयें की मांग की जा रही थी किन्तु स्थान नहीं बताया जा रहा था। इसी बात को ध्यान में रखते हुए एवं बच्चे की जान माल को ध्यान में रखते हुए अत्यन्त गोपनीय तरीके से पुलिस की लगभग 20 टीमे शहर पुलिस देहात पुलिस एवं जिला अपराध शाखा की टीमे 10 चार पहिया वाहन एवं 15 मोटर सायकल पर सिविल क्लॉथ में गठित की जाकर सभी संभावित स्थानों पर सूक्ष्म निगाह हेतु तैनात की गई थी।
               कल्लू उर्फ धीरज से चर्चा उपरांत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देहात श्री अरविन्द तिवारी एवं अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री दिलीप सोनी द्वारा रात्रि को ही अपनी पुरी टीम के साथ मोर्चा संभाला और उसके बताये अनुसार उसके दोस्तों एवं संभावित स्थानों परदबिश दी गई। दबिश में पाया गया कि, उसके दोस्त अपनी सकूनत से फरार है। जिस पर से पुलिस की शंका प्रबल हो गई थी कि संभवतः ये घटना में शामिल हो।
              कल्लू उर्फ धीरज ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि, पूर्व योजना अनुसार जो भी पैसो की लेनदेन होगी वह इन्दौर शहर में एलआयजी, विजयनगर अथवा होटल रेडिसन क्षेत्र के आसपास कही होगी नियत स्थान की सूचना बाद में दे दी जावेगी। इस सूचना पर सभी टीमों को संभावित स्थल पर तैनात किया गया।
             आज दोपहर 1230 बजे के आसपास एलआयजी चौराहे पर तैनात अपराध शाखा की निरीक्षक सोमा मलिक की टीम को एक एवेन्जर मोटर सायकल एमपी 09 एमडी 6822 दिखाई दी। जिस पर दो संदिग्ध से दिखने वाले युवक बैठे थे जिन्हे आवाज देकर रोकने का प्रयास करने पर उनके द्वारा तेजी से वाहन को भगाया गया। युवकों की घबराहट को देखते हुए पुलिस पार्टी द्वारा उनका पीछा करने पर आगे जाकर उन्हे रोका गया एवं उनकी तलाशी लेने पर उनके पास के आयडेन्टी कार्ड एवं फोटो के आधार पर सोहित चौरसिया पिता जितेन्द्र चौरसिया उम्र 22 वर्ष निवासी 177 लालबहादुर शास्त्री मार्ग, महाराजपुर जिला छतरपुर हाल महेशबाग कालोनीबर्फानीधाम इन्दौर एवं नितीश कुमार पिता रामविष्णु चौधरी उम्र 20 साल निवासी सेक्टर 9-ए, ए रोड क्वाटर्स नं. 900, बोकारो स्टील सिटी जिला चास झारखण्ड मोटर सायकल पर संदिग्ध पाये गये। जिनसे पूछताछ करने पर कुछ स्पष्ट जवाब नहीं दे पाये। रोके गये संदिग्धों की जानकारी अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री दिलीप सोनी से पुष्टि किये जाने पर इन युवकों का घटना में शामिल होना संभावित पाया गया। जिनसे कडाई से पूछतांछ करने पर उनके द्वारा बताया कि उनका एक साथी मोहित निवासी महाराजपुर मारूति 800 कार में बच्चे के साथ एलआयजी गुरूद्वारे के सामने खडा है। पुलिस पार्टी द्वारा संदिग्धों को गुरूद्वारे के सामने लाने पर एक मारूति 800 कार जो बंद कर खडी की गई थी में अत्यन्त ही असहज एवं भयभीत सा 6 वर्षीय बालक नीचे छुपाया हुए मिला। जिससे पुछने पर उसने अपना नाम कृष्णा प्रसाद होना बताया। नियत समय में अपने साथियों के न लौटने की आशंका को देखते हुए वहा खडा तीसरा आरोपी मोहित कार को छोडकर भाग गया जिसके संभावित ठिकानों पर पुलिस द्वारा दबिश दी जा रही है। आरोपियों से पूछतांछ में बताया कि वे इन्दौर के बाहर जिलो में निवासीहोकर इन्दौर में सॉफटविजन कालेज में बीबीए के छात्र है। दोनो आरोपियों ने कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में घटना को अंजाम दिया है।
               इस प्रकार इन्दौर पुलिस के संयुक्त प्रयासों से फिरौती के लिए अपहरण की घटना को मात्र 15 घंटे में सुलझाया जाकर अपहृत 6 वर्षीय बालक कृष्णाप्रसाद की जानमाल की रक्षा की गई। आरोपियों की गिरफतारी में अतिरक्त पुलिस अधीक्षक देहात श्री अरविन्द तिवारी की टीम के निरीक्षक थाना बेटमा संजय चतुवेर्दी, प्रआर जितेन्द्र मिश्रा,आर आदर्श दीक्षित, योगेन्द्र रघुवंशी तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री दिलीप सोनी की टीम की निरीक्षक सोमा मलिक, सउनि नाथूराम दुबे, सउनि भारत सिंह, सउनि (अ) अमित दीक्षित, प्रआर चंदरसिंह, प्र.आर ब्रज भूषण, रणबीर, जितेन्द्र सेन, आर. सुरेश मिश्रा, आदि की उल्लेखनीय भूमिका रही है।  पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर झोन, इन्दौर द्वारा सम्पूर्ण टीम को बधाई देते हुए पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की गई है।

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