जिला अपराध शाखा व पुलिस थाना छोटी ग्वालटोली द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना खातेगांव के अन्धेकत्ल का आरोपी चाकू सहित गिरफ्तार।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर श्री विपिन माहेश्वरी ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला अपराध शाखा श्री अरविंद तिवारी को मुखबिर द्वारा सूचना मिली की एक व्यक्ति बस स्टेंड के पास कहीं आने जाने के लिए खड़ा है जिसके कमर में कोई हथियार होने की शंका है उक्त सूचना से उप पुलिस अधीक्षक जिला अपराध शाखा जितेन्द्र सिह के निर्देषन में टीम गठित की गई जिसमें उप निरीक्षक मनीषराजसिंह भदौरिया एवं थाना प्रभारी छोटी ग्वालटोली डी.के. जैन को कार्यवाही हेतु निर्देषित किया गया, मुखबिर से प्राप्त जानकारी को विस्तृत रूप से सभी कर्मचारियों को समझाया गया एवं बस स्टेण्ड पर मुखबिर के बताये हुलिऐ का व्यक्ति खड़ा दिखा जिसे घेराबंदी कर पकडना चाहा तो वह चलती बस में चढ़कर भागने की कोषिष करने लगा जिसे काफी मषक्कत के बाद पकड़ा, नाम पता पूछने पर उक्त व्यक्ति ने अपना नाम प्रवेष शर्मा पिता जयहिन्द शर्मा निवासी आष्टा जिला सीहोर का बताया , मौके पर ग्वालटोली पुलिस द्वारा कार्यवाही कर प्रवेष शर्मा से चाकू बरामद किया।
थाना छोटीग्वालटोली लाकर आरोपी से अपराध शाखा के अधिकारी द्वारा पूछताछ की गई तो एक सनसनीखेज घटना अंधे कत्ल का पर्दाफाष हुआ । प्रवेष शर्मा ने बताया कि उसका दोस्त गौरव मेवाड़ा पिता जीतमल मेवाड़ा निवासी पेट्रोल पंप के पास आष्टा जिला सीहोर में उसकी मौसेरी बहन से अवैध संबध होने की बात लोगों से करता रहता था जो उसे अच्छा नहीं लगता था, तब उसने गौरव मेवाड़ा को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।
दिनांक १९/६/०८ को प्रवेष शर्मा ने गौरव मेवाड़ा को बताया कि उसकी महिला मित्र को भूत लग गया है जिसका उतारा कन्नौद रोड़ पर जाकर करना है, तब गौरव मेवाड़ा स्वयं की मोटर सायकल कैलीबर एम.पी. ३७-बी/६४०१ से प्रवेष शर्मा के साथ कन्नौद रोड़ के लिऐ निकला । आष्टा से करीबन ४० किलो मीटर कन्नौद की ओर विक्रमपुर नदी के पास प्रवेष शर्मा ने गौरव मेवाड़ा को भूत उतारा के लिऐ ले गया सूनसान जंगल होने का फायदा उठाते हुऐ मौका देखकर प्रवेष शर्मा ने गौरव मेवाड़ा की हत्या पत्थर व चाकू से गोदकर कर दी तथा लाष वहीं छोड़कर गौरव मेवाड़ा की मोटर सायकल लेकर वापस आष्टा आकर पेट्रोल पंप के पास मोटर सायकल खड़ी कर बस से भोपाल भाग गया काफी समय भोपाल में रहकर मजदूरी करता रहा बाद में इंदौर आकर सेल्समेन का काम करने लगा।
अपराध शाखा द्वारा थाना आष्टा जिला सीहोर से जानकारी लेने पर मालूम हुआ कि गौरव मेवाड़ा की गुम होने की रिपोर्ट थाने पर गुमषुदगी क्रमाक २४/०८ दिनांक २३/६/०८ को दर्ज है तथा अभी तक उसकी कोई जानकारी नहीं मिली है। इसी प्रकार थाना खातेगांव से जानकारी लेने पर मालूम हुआ कि वहां दिनांक २४/६/०८ को सड़ी गली कंकाल के रूप में एक लाष मिली थी जिस पर मर्ग क्रमांक २६/०८ कायम कर जांच में पी.एम. रिपोर्ट में धारदार हथियार से चोट होने की रिपोर्ट आने पर अपराध क्रमांक २१८/०८ धारा ३०२,२०१ भा.द.वि. का पंजीबद्व किया गया था तथा उक्त लाष की षिनाख्तगी अभी तक नहीं हो पायी थी ।
उक्त आरोपी को पकड़ने में उप निरीक्षक मनीषराजसिंह भदौरिया ,प्र.आर. पन्नालाल ,आर. राजेन्द्रसिंह ,आर. दिनेष सरगैया एवं आर. ओंकार पान्डे का सराहनीय योगदान रहा ।
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