इन्दौर 25 जून 2015-पुलिस थाना सिमरोल क्षे़त्रान्तर्गत दिनांक 14.6.15 को फरियादी विजेद्र पुरी पिता योगेन्द्र पुरी निवासी इदांैर द्वारा अपने पॉच साथियों के साथ थाना सिमरोल पर रिपोर्ट किया कि उनके कजलीगढ़ घुमने जाने पर चार अज्ञात बदमाशों द्वारा कजलीगढ के जंगल मे उन्हे घेरकर मारपीट कर चार मोबाईल, नगदी व सामान छीन लिया था जिस पर पुलिस थाना सिमरोल में अपराध कं्र0 224/15 धारा 394 भादवि का पंजीबद्व कर विवेचना मे लिया गया ।
पुलिस थाना सिमरोल क्षेत्र के कजलीगढ में आरोपीयान संजय भील, कान्हा भील एंव राहुल भील को पुलिस के व्दारा गिरफ्तार किया गया एवं उनसे पूछताछ की गई जिसके आधाार पर उनसे लूटी गई राशि एवं
मोबाईल को बरामद किया गया! पुलिस के व्दारा इनसे की गई पूछताछ के आधाार पर अग्रिम कार्रवाई करते हुए इस घटना में शामिल चौथे आरोपी श्रीराम पिता कालूसिंह भील को दिनांक 23.6.15 को गिरफ्तार किया गया एवं इस घटना में इसके हिस्से में आया मोबाईल एवं नगदी राद्गिा बरामद की गई है। इस प्रकरण में गिरफ्तार किये गये आरोपी कान्हा भील पर पूर्व मे थाना सिमरोल में अपराध कं्र0 347/14 धारा 294,506,34 भादवि (मारपीट) एंव थाना पलासिया इंदौर में अपराध कं 767/12 धारा 379 भादवि (साधारण चोरी) का पंजीबद्व है। इसी प्रकार राहुल भील पर थाना सिमरोल पर अपराध कं 416/12 धारा 392 (लूट) भादवि का पंजीबद्व है। इस घटना के आधार पर इन आरोपियों पर पर यह पहला लूट का अपराध पंजीबध्द हुआ है।
इस लूट के मुखय आरोपी श्रीराम पिता कालू सिंह उर्फ कालूराम भील से पूछताछ की गई है जिसमें उसने इसके पहले संजय भील, कान्हा भील एंव राहुल भील के व्दारा इस तरह की 2-3 घटना की जाना बताया गया है। प्रकरण में आए तथ्यों के आधार पर आगे कार्रवाई की जा रही है।
मुखय आरोपी श्रीराम पिता कालू सिंह उर्फ कालूराम भील का घटना के संबंध में पुलिस को दिया गया बयान निम्नानुसार है :- ''मैं ग्राम जगजीवन ग्राम जगंल के किनारे रहता हूं। मेरे दो भाई है मेरे छोटे भाई का नाम छोटा उर्फ रामप्रसाद उर्फ भुरु है जो आईटीआई सिमरोल मे ड्रायवरी करता है। मेरे माता पिता पासके जंगल में घर में रहते हैं बकरी चराते है और हमारे पास खेती नहीं है हमें किसी दूसरे की खेती मिल जाती है तो करते है। मेरी दो बहिन नर्मदी व धापू है मेरी बडी बहिन नया गॉव मे रतन के साथ ब्याही है व गॉंव मे ही रहती है, और दूसरी बहिन राजगढ जिले मे टावर के पीछे रहती है जिसके पति का नाम संतोष है। आठ दस साल पहले मेरी शादी हुई थी, पहली औरत दुर्गा बाई ग्राम बडिया कीमा मे रहती थी जो मुझे छोड कर चली गई क्यो छोड कर चली गई नही पता। उससे बच्चे नही हुये थे बच्चे न होने से पत्नि की मर्जी से मैने दूसरी शादी किया। मेरी दूसरी औरत घाटाबिल्लोद की रहने वाली है जिसका नाम शायरी है। मेरा बडा लडका 8 साल का है जिसका नाम सालिगराम है तथा छोटी लडकी 5 साल की है जिसका नाम काली बाई है। मेरी औरत व बच्चे सागोर कुटीर मे रह रहे है। घटना के बारे मे बताया कि आज से 8-10 दिन पहले रविवार के दिन शाम 5 बजे की बात है मै घर मे बिजली के तार का काम कर रहा था उसी समय मेरे पास कान्हा भील और राहुल भील और संजय तीनो आये और बोले कि जंगल से चल तेरी जूडी (लकडी) लाना। मैने 8 दिन पहले कान्हा से कहा था कि मुझे लकडीचाहिये तो उसने कहा था कि ठीक है लकडी ला देगे। मेरे साथी संजय पिता दिलीप भील कान्हा उर्फ कानू पिता मदन भील एंव राहुल पिता बालू भील जो मेण्डल गॉंव मे ही रहते है। मै लकडी लाने के लिये उनके साथ चल दिया हम लोग कजलीगढ किले के पास खडे हो गये संजय के पास गोफन था बाकी के पास लठ थे हम लोग लकडी लाने के लिये पहले जंगल मे लकडी काट देते है फिर छिपा देते है और लकडी सूखने के बाद उसे शाम को जाकर बटोर कर ले आते है। कजलीगढ किले के पास जब हम खडे थे तब दो मोटर सायकल पर 06 लडके आये जो अपनी - अपनी मोटर सायकल उपर किले के पास ही खडी करके नीचे खाई मे जहॉ पानी बह रहा था उतर गये जहॉ लडके लडकियां घुमने फिरने के लिये आते है। हम चारों भी नीचे उतर गये और वहॉ जाकर हम चारों ने उन्हें घेर लिया और गोफन से पत्थर मारने लगे एक लडके के ऑख मे लगा। हम चारों ने लठ से उन्हें डराया धमकाया और उनके पास जो मोबाईल फोन तथा उनके पर्स व नगदी पैसे छीन लिये। फिर उनको वहीं रोककर रखा था क्योंकि उपर आने जाने वाले लोग भी थे। एक घण्टे के बाद जब अंधेरा होने लगा तब उन्हें छोड दिया। हम लोगों ने जो मोबाईल लिया था उनमें से सिम निकाल लिया था तथा उनके मॉगने पर वापस कर दिया। उनके साथ कोई भी लडकी नही थी। मैने कजलीगढ मे व नीचे जंगल में किसी भी महिला या लडकी के साथ कोई गलत काम व छेडछाड नहीं किया है मेरे तीनों साथियों ने कोई महिला या लडकी के साथ कोई गलत काम व छेडछाड उस दिन नही किया, और अगर किया हो तो यह जानकारी मुझे नहीं है। मेरे हिस्से मे 250 रुपये और 01 मोबाईल और एक पर्स भी आया था। हम लोगों ने आपस मे पर्स मोबाईल व पैसे बॉंट लिये तीनों ने 01-01 मोबाईल व पर्स ले लिया व नगदी ले लिये थे। राहुल ने मोबाईल व पर्स एक बैग मे रख लिया था और सभी मेण्डल तरफ भाग गये। हमने उन लडकों को छोड दिया था। हमारे साथी तीनों मेण्डल गॉंव चले गये और मैं वहॉ से भागते हुये राजगढ जहॉ मेरी बहिन रहती ह,ै वहॉ चला गया था। मैंने लूटा गया सामान मोबाईल, पर्स व 100 रुपये पुलिस को दे दिये है। मेरे साथी ने दो तीन साल पहले भी लूट व चोरी की थी।
आरोपी संजय भील, कान्हा भील एंव राहुल भील से पुलिस के व्दारा पूछताछ की गई जिसमें इस घटना के पूर्व 2-3 घटनाएं की जाना बताया गया है।इस संबंध में इन आरोपियों से और पूछताछ की जाएगी एवं इन घटनाओं के अतिरिक्त किसी तरह की घटना किये जाने के तथ्य प्रकाश में आये जाने पर तदनुसार वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस दल के व्दारा इस स्थल एवं आस पास के पर्यटन स्थलों पर लगातार पेटोलिंग की जा रही है। इसके साथ ही क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों के मोबाईल नंबर भी सोशल मीडिया के माध्यम से एवं समाचार पत्र के माध्यम से जनता को दिये गये हैं!
पुलिस के व्दारा विस्तृत रूप से जॉंच की जा रही है एवं कोई नवीन तथ्य सामनें आने पर उसकी छानबीन की जाकर उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस थाना सिमरोल क्षेत्र के कजलीगढ में आरोपीयान संजय भील, कान्हा भील एंव राहुल भील को पुलिस के व्दारा गिरफ्तार किया गया एवं उनसे पूछताछ की गई जिसके आधाार पर उनसे लूटी गई राशि एवं
मोबाईल को बरामद किया गया! पुलिस के व्दारा इनसे की गई पूछताछ के आधाार पर अग्रिम कार्रवाई करते हुए इस घटना में शामिल चौथे आरोपी श्रीराम पिता कालूसिंह भील को दिनांक 23.6.15 को गिरफ्तार किया गया एवं इस घटना में इसके हिस्से में आया मोबाईल एवं नगदी राद्गिा बरामद की गई है। इस प्रकरण में गिरफ्तार किये गये आरोपी कान्हा भील पर पूर्व मे थाना सिमरोल में अपराध कं्र0 347/14 धारा 294,506,34 भादवि (मारपीट) एंव थाना पलासिया इंदौर में अपराध कं 767/12 धारा 379 भादवि (साधारण चोरी) का पंजीबद्व है। इसी प्रकार राहुल भील पर थाना सिमरोल पर अपराध कं 416/12 धारा 392 (लूट) भादवि का पंजीबद्व है। इस घटना के आधार पर इन आरोपियों पर पर यह पहला लूट का अपराध पंजीबध्द हुआ है।
इस लूट के मुखय आरोपी श्रीराम पिता कालू सिंह उर्फ कालूराम भील से पूछताछ की गई है जिसमें उसने इसके पहले संजय भील, कान्हा भील एंव राहुल भील के व्दारा इस तरह की 2-3 घटना की जाना बताया गया है। प्रकरण में आए तथ्यों के आधार पर आगे कार्रवाई की जा रही है।
मुखय आरोपी श्रीराम पिता कालू सिंह उर्फ कालूराम भील का घटना के संबंध में पुलिस को दिया गया बयान निम्नानुसार है :- ''मैं ग्राम जगजीवन ग्राम जगंल के किनारे रहता हूं। मेरे दो भाई है मेरे छोटे भाई का नाम छोटा उर्फ रामप्रसाद उर्फ भुरु है जो आईटीआई सिमरोल मे ड्रायवरी करता है। मेरे माता पिता पासके जंगल में घर में रहते हैं बकरी चराते है और हमारे पास खेती नहीं है हमें किसी दूसरे की खेती मिल जाती है तो करते है। मेरी दो बहिन नर्मदी व धापू है मेरी बडी बहिन नया गॉव मे रतन के साथ ब्याही है व गॉंव मे ही रहती है, और दूसरी बहिन राजगढ जिले मे टावर के पीछे रहती है जिसके पति का नाम संतोष है। आठ दस साल पहले मेरी शादी हुई थी, पहली औरत दुर्गा बाई ग्राम बडिया कीमा मे रहती थी जो मुझे छोड कर चली गई क्यो छोड कर चली गई नही पता। उससे बच्चे नही हुये थे बच्चे न होने से पत्नि की मर्जी से मैने दूसरी शादी किया। मेरी दूसरी औरत घाटाबिल्लोद की रहने वाली है जिसका नाम शायरी है। मेरा बडा लडका 8 साल का है जिसका नाम सालिगराम है तथा छोटी लडकी 5 साल की है जिसका नाम काली बाई है। मेरी औरत व बच्चे सागोर कुटीर मे रह रहे है। घटना के बारे मे बताया कि आज से 8-10 दिन पहले रविवार के दिन शाम 5 बजे की बात है मै घर मे बिजली के तार का काम कर रहा था उसी समय मेरे पास कान्हा भील और राहुल भील और संजय तीनो आये और बोले कि जंगल से चल तेरी जूडी (लकडी) लाना। मैने 8 दिन पहले कान्हा से कहा था कि मुझे लकडीचाहिये तो उसने कहा था कि ठीक है लकडी ला देगे। मेरे साथी संजय पिता दिलीप भील कान्हा उर्फ कानू पिता मदन भील एंव राहुल पिता बालू भील जो मेण्डल गॉंव मे ही रहते है। मै लकडी लाने के लिये उनके साथ चल दिया हम लोग कजलीगढ किले के पास खडे हो गये संजय के पास गोफन था बाकी के पास लठ थे हम लोग लकडी लाने के लिये पहले जंगल मे लकडी काट देते है फिर छिपा देते है और लकडी सूखने के बाद उसे शाम को जाकर बटोर कर ले आते है। कजलीगढ किले के पास जब हम खडे थे तब दो मोटर सायकल पर 06 लडके आये जो अपनी - अपनी मोटर सायकल उपर किले के पास ही खडी करके नीचे खाई मे जहॉ पानी बह रहा था उतर गये जहॉ लडके लडकियां घुमने फिरने के लिये आते है। हम चारों भी नीचे उतर गये और वहॉ जाकर हम चारों ने उन्हें घेर लिया और गोफन से पत्थर मारने लगे एक लडके के ऑख मे लगा। हम चारों ने लठ से उन्हें डराया धमकाया और उनके पास जो मोबाईल फोन तथा उनके पर्स व नगदी पैसे छीन लिये। फिर उनको वहीं रोककर रखा था क्योंकि उपर आने जाने वाले लोग भी थे। एक घण्टे के बाद जब अंधेरा होने लगा तब उन्हें छोड दिया। हम लोगों ने जो मोबाईल लिया था उनमें से सिम निकाल लिया था तथा उनके मॉगने पर वापस कर दिया। उनके साथ कोई भी लडकी नही थी। मैने कजलीगढ मे व नीचे जंगल में किसी भी महिला या लडकी के साथ कोई गलत काम व छेडछाड नहीं किया है मेरे तीनों साथियों ने कोई महिला या लडकी के साथ कोई गलत काम व छेडछाड उस दिन नही किया, और अगर किया हो तो यह जानकारी मुझे नहीं है। मेरे हिस्से मे 250 रुपये और 01 मोबाईल और एक पर्स भी आया था। हम लोगों ने आपस मे पर्स मोबाईल व पैसे बॉंट लिये तीनों ने 01-01 मोबाईल व पर्स ले लिया व नगदी ले लिये थे। राहुल ने मोबाईल व पर्स एक बैग मे रख लिया था और सभी मेण्डल तरफ भाग गये। हमने उन लडकों को छोड दिया था। हमारे साथी तीनों मेण्डल गॉंव चले गये और मैं वहॉ से भागते हुये राजगढ जहॉ मेरी बहिन रहती ह,ै वहॉ चला गया था। मैंने लूटा गया सामान मोबाईल, पर्स व 100 रुपये पुलिस को दे दिये है। मेरे साथी ने दो तीन साल पहले भी लूट व चोरी की थी।
आरोपी संजय भील, कान्हा भील एंव राहुल भील से पुलिस के व्दारा पूछताछ की गई जिसमें इस घटना के पूर्व 2-3 घटनाएं की जाना बताया गया है।इस संबंध में इन आरोपियों से और पूछताछ की जाएगी एवं इन घटनाओं के अतिरिक्त किसी तरह की घटना किये जाने के तथ्य प्रकाश में आये जाने पर तदनुसार वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस दल के व्दारा इस स्थल एवं आस पास के पर्यटन स्थलों पर लगातार पेटोलिंग की जा रही है। इसके साथ ही क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों के मोबाईल नंबर भी सोशल मीडिया के माध्यम से एवं समाचार पत्र के माध्यम से जनता को दिये गये हैं!
पुलिस के व्दारा विस्तृत रूप से जॉंच की जा रही है एवं कोई नवीन तथ्य सामनें आने पर उसकी छानबीन की जाकर उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
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