इन्दौर - दिनांक २२ नवम्बर २०१०- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा इंदौर महेषचन्द जैन ने बताया कि आज क्राईम ब्रॉंच इन्दौर की टीम ने दो शातिर नकबजनों को पकडा जिन्होने पुलिस थाना चन्दन नगर एवं लसुडिया थाना क्षैत्र से कई नकबजनी करना कबूल किया है, जिनसे चोरी गये सोना, चॉंदी के जेवरात एवं नगदी बरामद करने में सफलता प्राप्त की है।
अपराध शाखा को मुखबिर द्वारा सूचना मिली की दो बदमाश जो कि आजकल चन्दन नगर क्षैत्र में छुपकर रह रहे है, उनके आचरण संदिग्ध है। जिस पर उपपुलिस अधीक्षक क्राईम जितेन्द्र सिह ने सहायक उप निरीक्षक संतोष पाण्डेय को मुखबिर द्वारा सूचित बदमाशों को पकडने के लिये लगाया था। टीम द्वारा अथक प्रयास करते हुऐ हुलिये के आधार पर कमल उर्फ कम्मू पिता देवीलाल भील (२४) निवासी जवहार टेकरी इन्दौर एवं सतनाम उर्फ चापा पिता अमृतसिह सिकलिकर (२३) निवासी आकाश नगर इन्दौर को पकडकर कडी पूछताछ की तो आरोपियों ने बताया कि उन्होने अपने साथी सोहन पिता दितीया भील निवासी जवाहर टेकरी इन्दौर के साथ मिलकर इन्दौर शहर में कई नकबजनी की वारदाते की है, जिनमें से इनका साथी सोहन करीबन एक माह पहले पुलिस थाना चन्दन नगर में पकडा जा चुका है। आरोपियों से पूछताछ करने पर इन्होने चन्दननगर तथा लसूडिया क्षेत्र से नकबजनी की वारदात करना स्वीकार किया। जो कि पुलिस थाना चन्दन नगर पर अप.क्रं. ४८४/१० धारा ४५७,३८० भादवि, अप.क्रं. ६०४/१० धारा ४५७,३८० भादवि, अप. क्रं. ७८६/१० धारा ४५७,३८० भादवि तथा पुलिस थाना लसुडिया पर अपराध क्रमांक ६०२/१० धारा ४५७,३८०, भादवि, अपराध क्रमांक ७४३/१० धारा ४५७,३८० भादवि दर्ज है।
पकडे गये आरोपी कमल उर्फ कम्मू पर पूर्व में इन्दौर शहर में कुल १७ नकबजनी के अपराध पंजीबद्ध होकर विभिन्न न्यायालय में विचाराधीन है। जिनमें से कुछ अपराधों में आरोपी के विरूद्ध गिरफ्तारी वारंट न्यायालय द्वारा जारी हुऐ है। आरोपी कमल प्रसिद्ध नकबजन गुडिया का भाई है, पूर्व में दोनो भाई साथ में ही अपराध किया करते थे किन्तु विगत २ वर्षो से गुडिया के दोनो पैर खराब हो जाने के कारण कमल उर्फ कम्मू ने अपनी अलग टीम बनाकर नकबजनी की वारदत करना प्रारंभ कर दिया। दोनो आरोपियों से उपरोक्त अपराधों की संपत्ति कीमती १ लाख ५० हजार की जप्त की जा चुकी है। दोनो आरोपियों को पुलिस थाना लसूडिया कार्यवाही हेतु दिया गया है। पकडे गये आरोपियों को पकडने में सउनि संतोष पाण्डेय, आर. विनोद शर्मा, गणेश पाटील व अरविन्द द्विवेदी की सराहनीय भूमिका रही। आरोपियो से अभी और भी नकबजनी की वारदातो का खुलासा होने की प्रबल संभावना है।
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