इन्दौर - दिनांक १३ नवम्बर २०१०- अति० पुलिस अधीक्षक (अपराध) महेश चंद्र जैन इंदौर ने बताया कि मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई थी कि एक लडका बहुत कम दाम में दो पहिया वाहन बेचने की फिराक में है। सूचना से क्राईम ब्रांच के उप पुलिस अधीक्षक जितेन्द्रसिंह को अवगत कराया जाकर उनके निर्देषन में एक टीम गठीत की गई जिसमें अपराध शाखा के सहायक उपनिरीक्षक संतोष पांडे, प्रआर. संजय भदौरिया, आर. विष्वास पांडे, रामप्रकाष वाजपेयी तथा विनोद शर्मा को लगाया गया।
टीम को मुखबिर से प्राप्त उक्त सूचना से अवगत कराया गया। मुखबिर द्वारा बताये हुलिये के अनुसार टीम द्वारा एक लडके को मोटरसायकल हिरोहोन्डा पेषन नं. एमपी-०९/एलजे/९३९२ के साथ पकडा गया जिससे गाडी के कागजात के संबंध में पूछते संतोषजनक जवाब नही देने पर सख्ती से पूछताछ करने पर उसने उक्त गाडी चोरी की होना बताया तथा वाहन का नंबर गलत होना बताया। इंजन नंबर, चेसिस नंबर तथा उक्त लडके के बताये अनुसार तष्दीक करने पर उक्त मोटरसायकल हिरोहोन्डा पेषन का सही नंबर एमपी-०९/एलजे/९४६६ पता चला। लडके का नाम पता पूछते उसने अपना नाम संदीप पिता जगदीष राठौर (२२) निवासी ६७/४ पंचमूर्ति नगर इंदौर बताया तथा उक्त मोटरसायकल जेल रोड से चुराना कबूल किया जो वह नंबर बदलकर चला रहा था।
संदीप से विस्तृत पूछताछ करने पर इसने अपने साथी विनोद पिता प्रकाषचंद सेन (२४) निवासी नीम चौक बिजलपुर के साथ और भी गाडिया चुराना कबूल किया। संदीप की निषादेही पर टीम द्वारा दबीष देकर विनोद पिता प्रकाषचंद को पकडा गया। जिसके पास एक मोटरसायकल हिरोहोन्डा पेषन नं. एमपी-०९/एलजे/३१८४ बरामद की गई। उससे पूछताछ करने पर उसने उक्त गाडी भवरकुऑ रिंगरोड से चुराना कबूल किया। उपरोक्त दोनो बदमाशो से एमजीरोड थाने पर लगातार पूछताछ की जा रही है जिनसे अभी और भी चोरी के वाहन बरामद होने की प्रबल संभावना है।
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