Thursday, September 2, 2021

· मानसिक दिव्यांग युवक, इंदौर पुलिस के प्रयासों से फिर पहुंचा अपने परिजनों के पास


·         हरियाणा से भटककर ट्रैन में बैठकर इंदौर पहुंच गया था मानसिक दिव्यांग

·         इलाके में घूमता देख लोगो ने संदिग्ध मानकर पुलिस को दी थी सूचना

·         मानसिक स्वस्थ न होने के कारण स्पष्ट पता बताने में असमर्थ था युवक

·         युवक द्वारा 6 अंकों के एक पिनकोड नंबर बताने से मिला, उसके परिजनों का पता

·         पुलिस ने युवक को किया परिवार के सुपुर्द

 

इंदौर- दिनांक 02 सितंबर 2021- इंदौर के राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित विजय पैलेस इलाके में कुछ दिन पूर्व एक युवक को घूमते हुए इलाके के लोगो ने देखा था। हुलिया संदिग्ध होने से इलाके के लोगो ने पुलिस को सूचना दी थी,चूंकि युवक स्पष्ट बोल नही पा रहा था,न ही अपना पता बता पा रहा था,साथ ही वह स्थानीय न होकर हरियाणा प्रांत का था,लिहाजा उसकी भाषा से भी इलाके के लोग उक्त युवक को संदिग्ध मान रहे थे

 

स्थानीय रहवासियों द्वारा सूचना प्राप्त होते ही राजेन्द्र नगर थाना पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए मौके पर पहुंच कर युवक से चर्चा कर उसके परिजनों को ढूंढने का प्रयास किया,लिहाजा युवक अपने और परिवार के बार मे कोई भी जानकारी देने में सक्षम नही था,न ही उसके पास कोई दस्तावेज नही मौजूद थे,युवक की भाषा से यह ज्ञात हुआ कि वह हरियाणा प्रांत के रहने वाला है,युवक ने हरियाणा राज्य के तीन अलग अलग शहरों के बारे में जानकारी दी,स्थानीय पुलिस से सम्पर्क करने पर युवक और इलाके व सम्बंधित की गुमशुदगी के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नही हुई,युवक ने एक इलाके का नाम बताया और अपनी बहन का नाम बताया,युवक से जब कुछ लिखकर बताने को कहा तो उसने छह अंक का एक नम्बर लिखा,नम्बर सर्च करने पर वह पिनकोड ज्ञात हुआ,सर्च करने पर वह रेवाड़ी इलाके का ज्ञात हुआ,रेवाड़ी इलाके में स्थानीय लोगो से सम्पर्क करने पर उसके परिजनों की जानकारी प्राप्त हुई,उसने रेवाड़ी रेलवे स्टेशन का कई बार जिक्र किया,तब जाकर जानकारी प्राप्त हुई कि युवक के पिता रेवाड़ी रेलवे स्टेशन के बाहर रेवड़ी पेठे का ठेला लगाते है,ठेले पर ही रहने के दौरान अचानक वह ट्रैन में सवार हो गया,और गलती से  इंदौर आ गया,गुरुवार सुबह हरियाणा से परिजन इंदौर पहुँचे ,राजेन्द्र नगर पुलिस ने वैध दस्तावेज का परीक्षण कर युवक को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। परिजनों के हरियाणा से इंदौर पहुंचने तक पुलिस ने ही युवक की देखरेख कर ठहरने का इंतजाम किया,युवक शिक्षित था,लेकिन कुछ समय से उसकी मनोदशा खराब हो गई,उसी के फलस्वरूप वह भटकते हुए अचानक इंदौर पहुँच गया था। युवक को सही सलामत पाकर उसके  परिजनों की खुशी का ठिकाना नही रहा। इंदौर पुलिस की उक्त संवेदनशील व त्वरित कार्रवाई से संतुष्ट होकर परिजनों ने इंदौर पुलिस का हृदय से आभार माना।

 

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