इन्दौर-दिनांक 06 जून 2015-आज दिनांक 06.06.15 को उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर इन्दौर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा पुलिस कन्ट्रोल रूम सभागार में इन्दौर शहर की टै्रफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिये टे्रफिक के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक ली, जिसमें अति. पुलिस अधीक्षक (यातायात) सुश्री अंजना तिवारी, उप पुलिस अधीक्षकगण श्री प्रदीप सिंह चौहान, श्री विक्रम सिंह रघुवंशी, श्री विजय सिंह पंवार एवं श्री गोविंद बिहारी रावत तथा टै्रफिक के निरीक्षकगण उपस्थित थे। बैठक में बेहतर टै्रफिक व्यवस्था के लिये निम्न निर्देश दियेगये-
1. प्रत्येक दिवस शाम के समय कम से कम 6 घंटे यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के लिये, शहर के कम से कम 12 प्रमुख व्यस्ततम चौराहे चिन्हित कर, प्रभावी चैंकिंग समय बदल-बदल कर की जाय।
2. यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के दौरान चौराहों से हटकर चैंकिंग की जाये, जिसमें स्टॉपर एवं ट्रैफिक कोन का उपयोग आवश्यक रूप से किया जाय, जिससे वाहन चालकों को यह ज्ञात हो जाय कि इस स्थान पर यातायात की चैंकिंग चल रही है।
3. यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के दौरान अपराधिक इन्टेलिजेंस की विशेष निगाह रखी जाय, ऐसा कोई संदिग्ध वाहन या अपराधी पाया जाता है तो उसके विरूद्ध प्रभावी वैधानिक कार्यवाही की जाय।
4. संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ने एवं संदिग्ध वाहनों पर निगाह रखने का कार्य प्रभावी तरीके से किया जाय।
5. यातायात के पाईंट्स पर, जिन यातायात कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है, वहां पर वे पूर्ण चुस्ती व फुर्ती के साथ कार्य करें, जो यातायातकर्मी चुस्ती व फुर्ती के साथ यातायात संचालन का कार्य करेगा, उसे अच्छा पारितोषक प्रदाय किया जायेगा तथा जो यातायात कर्मी ढीले-ढाले तरीके से एवं उदासीनता से पाईंट ड्यूटी करता पाया जावेगा, उसके विरूद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जावेगी।
6. चौराहों पर यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के दौरान किये गये कार्यो की विडियोग्राफी भी कराई जावें।
7. जनसंवाद में आमजन के द्वारा लाईफ लाईन चौराहे पर यातायात व्यवस्था के बारें में शिकायत/सुझाव दिये गये। अतः चौराहों पर ठेला, गुमटी एवं उसके आस-पास मोटर सायकलें एवं अन्य वाहन खड़े कर यातायात को बाधित किया जाता है, ऐसे स्थानों का निरीक्षण कर कार्यवाही की जावें।
8. यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के लिये मुस्तैदी से कार्य करने के लिये आरक्षकों/प्रधान आरक्षकों को प्रशिक्षित किया जाय, जिससे वह यातायात व्यवस्था का संचालन चुस्ती व फुर्ती के साथ करें एवं यातायात के नियमों का कड़ाई से पालन करावें।
9. यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के दौरान सीनियर सिटीजनों, महिलाओं एवं आम नागरिकों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाय, अनावश्यक परेशान न किया जाय तथा इनसे शिष्टाचार से वार्तालाप किया जाय।
1. प्रत्येक दिवस शाम के समय कम से कम 6 घंटे यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के लिये, शहर के कम से कम 12 प्रमुख व्यस्ततम चौराहे चिन्हित कर, प्रभावी चैंकिंग समय बदल-बदल कर की जाय।
2. यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के दौरान चौराहों से हटकर चैंकिंग की जाये, जिसमें स्टॉपर एवं ट्रैफिक कोन का उपयोग आवश्यक रूप से किया जाय, जिससे वाहन चालकों को यह ज्ञात हो जाय कि इस स्थान पर यातायात की चैंकिंग चल रही है।
3. यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के दौरान अपराधिक इन्टेलिजेंस की विशेष निगाह रखी जाय, ऐसा कोई संदिग्ध वाहन या अपराधी पाया जाता है तो उसके विरूद्ध प्रभावी वैधानिक कार्यवाही की जाय।
4. संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ने एवं संदिग्ध वाहनों पर निगाह रखने का कार्य प्रभावी तरीके से किया जाय।
5. यातायात के पाईंट्स पर, जिन यातायात कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है, वहां पर वे पूर्ण चुस्ती व फुर्ती के साथ कार्य करें, जो यातायातकर्मी चुस्ती व फुर्ती के साथ यातायात संचालन का कार्य करेगा, उसे अच्छा पारितोषक प्रदाय किया जायेगा तथा जो यातायात कर्मी ढीले-ढाले तरीके से एवं उदासीनता से पाईंट ड्यूटी करता पाया जावेगा, उसके विरूद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जावेगी।
6. चौराहों पर यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के दौरान किये गये कार्यो की विडियोग्राफी भी कराई जावें।
7. जनसंवाद में आमजन के द्वारा लाईफ लाईन चौराहे पर यातायात व्यवस्था के बारें में शिकायत/सुझाव दिये गये। अतः चौराहों पर ठेला, गुमटी एवं उसके आस-पास मोटर सायकलें एवं अन्य वाहन खड़े कर यातायात को बाधित किया जाता है, ऐसे स्थानों का निरीक्षण कर कार्यवाही की जावें।
8. यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के लिये मुस्तैदी से कार्य करने के लिये आरक्षकों/प्रधान आरक्षकों को प्रशिक्षित किया जाय, जिससे वह यातायात व्यवस्था का संचालन चुस्ती व फुर्ती के साथ करें एवं यातायात के नियमों का कड़ाई से पालन करावें।
9. यातायात के सुव्यवस्थित संचालन के दौरान सीनियर सिटीजनों, महिलाओं एवं आम नागरिकों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाय, अनावश्यक परेशान न किया जाय तथा इनसे शिष्टाचार से वार्तालाप किया जाय।
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