इन्दौर-दिनांक 17 दिसम्बर 2014-आज रेयान इन्टर नेशनल पब्लिक स्कूल,वी.आई.पी.परस्पर नगर,राजेन्द्र नगर में क्राईम प्रिवेंशन एवं यातायात द्गिाक्षा सम्बन्धी कार्यक्रम का आयोजन किया गया । क्रार्यक्रम रेयान इन्टर नेशनल पब्लिक स्कूल के चेयरमेन, श्री ए.एफ.पिन्टो, प्राचार्य श्री साबू स्कूल में अध्ययनरत 500 स्कूली बच्चों, संस्थान के टीचर्स एवं स्टाफ के बीच इंदौर जोन के पुलिस महानिरीक्षक श्री विपिन माहेशवरी के मुखय आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर अति. पुलिस अधीक्षक यातायात सुश्री अंजना तिवारी, अति.पुलिस अधीक्षक पशचम जोन श्री आदित्य प्रतापसिंह, यातायात इन्दौर के उप पुलिस अधीक्षकगण श्री अरविन्द तिवारी, श्री विजयसिंह पंवार, नगर पुलिस अधीक्षक अन्नपूर्णा श्री आर.एस.घुरैया, टी.आई. श्री डी.आर.एस.चौहान, टी.आई.राजेन्द्रनगर श्री कमलेश शर्मा उपस्थित रहे ।
इस आयोजन में रेयान इन्टर नेशनल पब्लिक स्कूल में अध्ययनरत बच्चों व्दारा वर्तमान समय में लड़कियों के विरूध्द होने वाले अपराधों को रोकने, आज का युवा वर्ग अपराध की ओर क्यों बढ़ रहा है? हम इस व्यवस्था को कैसे सुधार सकते है?आदि कई प्रशन पुलिस महानिरीक्षक श्री विपिन माहेशवरी से पूछे। इन सभी प्रशनों के उत्तर पुलिस महानिरीक्षक व्दारा बड़े सहजता पूर्ण तरीके से बच्चों को उदाहरण सहित समझा कर दिये गये। इन उत्तरों के बीच-बीच में स्वयं श्री माहेशवरी व्दारा भी इन बच्चों से इंदौर की जनसंखया, वाहनों की संखया, पुलिस बल की संखया एवं यातायात पुलिस बल की संखया तथा इन अपराधों को रोकने में उनके व्दारा (बच्चों के व्दारा) किस प्रकार सहयोग किया जा सकता के सम्बन्ध में प्रशन भी किये ।
पुलिस महानिरीक्षक ने बच्चों को अपराध की सूचना सिटीजन कॉप के माध्यम से, 100 नम्बर के माध्यम से तथा पुलिस बेवसाईट के माध्यम से पुलिस को किस प्रकार देकर कार्यवाही करा सकते है के सम्बन्ध में जानकारी दी।
बच्चों व्दारा पूछे गये प्रशन :-
1.प्रशनः- आज का युवावर्ग वायलैंस की तरफ बढ़ता जा रहा है, इस कारण अपराध भी बढ़ते जा रहे है,हम उस पर कैसे नियन्त्रण करेगें ?
उत्तरः- पालकों व्दारा युवाओं की सामान्य आदतों पर ध्यान नहीं देने का कारण तथा उनमें भावनात्मकता में कमी के कारण हो रहा है । इसके लिये बच्चों के माता-पिता को ध्यान देने की प्राथमिक आवशयकता बताई ।2.प्रशनः- आजकल लड़कियों विरूद हो रहे अपराधों को रोकने के लिये लड़कों व्दारा क्या भावना लायी जाये?
उत्तरः- उपरोक्त प्रशन के उत्तर में श्री विपिन माहेशवरी ने बताया कि लड़कों को सर्वप्रथम स्वयं अपने व्यवहार में बदलाव की आवशयकता है,इसके साथ ही साथ समाज को भी अपना दृष्टिकोण बदलना होगा,
3.प्रशनः- लड़कियों के विरूध्द अपराध अभी भी बढ़ते जा रहे है, इन्हें कम करने के लिये क्या किया जा रहा है,ऐसे नियम क्यों नहीं बन रहे है,कि जिससे अपराधियों में डर पैदा हो?
उत्तरः- लड़कियों की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखकर,नियमों में संशlधन किया गया है,और भी ऐसे नियम भी बनाये जा रहे है,जो शीध्र लागू भी होगें उनसे लड़कियों में सुरक्षा बढ़ेगी।
4.प्रशनः- कई चौराहों पर ट्रेफिक पुलिस उपस्थित नहीं रहती है, अथवा यातायात नियमों का उल्लंधन करने वालों पर कार्यवाही नहीं कर तमाशl देखती रहती है ?
उत्तर :- इस प्रशन का उत्तर कार्यक्रम में उपस्थित एडि.एस.पी. सुश्री अंजना ने बताया कि कभी-कभी अवशय अन्य ड्यूटी होने के वजह से चौराहों पर यातायात पुलिस उपलब्ध नहीं रहती,लेकिन जब उपस्थित रहती है,तब लगातार यातायात नियमों का उल्लंधन करने वालों के विरूध्द कार्यवाही की जाती है, अब चौराहों पर कैमरे लगाये गये है,जिससे नियमों का उल्लंधन करने वालों के विरूध्द इन कैमरों की मदद से हर समय कार्यवाही की जाकर ई-चालान किये जाने की व्यवस्था सुनिद्गिचत की गयी है । श्री विपिन माहेशवरी ने उत्तर में बताया कि आने वाले समय में ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि ट्रेफिक पुलिस चौराहों पर मिलेगी ही नहीं, यातायात नियमों का उल्लंधन पर कार्यवाही इन कैमरों के माध्यम से और भी अधिक कारगर ढंग से किया जावेगी।
5.प्रशनः- आप ट्रेफिक को कैसे मॉनिटरिंग करते है ?
उत्तरः- सुश्री अंजना तिवारी ने बताया कि इंदौर के चौराहों के लिये सी.सी.टी.वी. लगाये जाने की व्यवस्था की गयी है,इससे प्रत्येक चौराहों के यातायात की मॉनिटरिंग करने के साथ ही साथ आपराधिक गतिविधियों पर भी नियन्त्रण लगाया जाना संभव होगा।
कार्यक्रम में अच्छे प्रशन करने वाले प्रथम पॉच बच्चों को पुलिस महानिरीक्षक श्री विपिन माहेशवरी के व्दारा पुरूष्कृत किया गया तथा अति. पुलिस अधीक्षक सुश्री अंजना तिवारी व्दारा नये साल के माह जनवरी की 11 तारिख से शासन के निर्देशlनुसार मनाये जाने वाले सड़क सुरक्षा सप्ताह में स्कूली बच्चों को यातायात नियमों के प्रचार-प्रसार में सहभागिता हेतु आमंत्रित भी किया गया। अन्त में राष्टगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ।
No comments:
Post a Comment