इन्दौर -दिनांक 06 फरवरी 2014- यातायात व्यवस्था एवं महिलाओं के विरुद्ध घटित अपराध को कम करने के लिये आपकी क्या योजना है ? पुलिस हमेशा लेट क्यों पहुंचती है ? चोरी एवं डकैती के अपराधों में त्वरित कार्यवाही क्यों नही होती है ? कुछ इसी तरह के रोचक एवं गंभीर प्रश्न छात्राओं द्वारा पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर जोन इन्दौर श्री विपिन माहेश्वरी से किये गये ।
दिनांक 06.02.2014 को लोकमान्य बाल निकेतन हायर सेकेण्डरी स्कूल में बच्चों से संवाद करने जब पुलिस महानिरीक्षक, इन्दौर जोन श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस अधीक्षक, पश्चिम श्री अनिल सिंह कुशवाह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पश्चिम जोन-2, श्री विनय पॉल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक, अन्नपूर्णा आर.एस. घुरैया, उप पुलिस अधीक्षक यातायात श्री विक्रम सिंह रघुवंशी, श्री गोविन्द रावत, श्री विजय सिंह पंवार के साथ 400 छात्राओं से सम्मुख हुये ।
इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक, इन्दौर जोन श्री माहेश्वरी ने अपने उद्बोधन में बताया कि वर्तमान समय परिवर्तन का समय है, पुरानीसंस्कृति एवं नई विचारधारा आपस में टकरा रही है। हमें अपने जीवन में अनुशासन रखना चाहियें। अनुशासन से अच्छे समाज का निर्माण होता है और समाज से राष्ट्र बनता है ।
पुलिस अधीक्षक पश्चिम इन्दौर श्री कुशवाह ने बताया कि पुलिसकर्मी का जीवन अत्यंत कठिन होता है, पुलिस ही एक एजेन्सी है जो 24 घन्टे सप्ताह के सभी दिनों में लगी रहती है। एक पुलिसकर्मी प्रतिदिन 16 से 18 घन्टे का कार्य करते है। बच्चों ने अपने सवाल बड़े निर्भय होकर पूछे जिनका बडी ही शालीनता के साथ प्रतिउत्तर अधिकारीगण ने दिया।
प्रश्न :- साईबर क्राईम दिन पर दिन बढता जा रहा है इस हेतु हमे क्या सतर्कता बरनी चाहियें ?
उत्तर :- समाज में इलेक्ट्रिानिक उपकरणों (मोबाईल, कम्प्यूटर, लेपटॉप इत्यादि) का आधुनिक समाज में उपयोग बढता जा रहा है । इन्टरनेट के माध्यम से बैकिंग और खरीदारी आदि काम अधिक होने लगे है। साईबर क्राईम से बचने के लिये सबसे अच्छा साधन अपने पासवर्ड एवं अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी भी व्यक्ति से नही शेअर करना चाहियें। अपनी जानकारी की गोपनीयता ही सबसे बडी सुरक्षा है ।
प्रश्न :- यातायात नियम व्यवस्था के लिए भविष्य में क्या-क्या योजनाऍ है ?
उत्तर:- यातायात नियमों को प्रचार-प्रसार की कार्य योजना तैयार कर स्कुलों, कॉलेजो एवं समाज के प्रत्येक वर्ग में भिन्न-भिन्न प्रकारों से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसमें इन्दौर शहर की कई संस्थाएं शामिल है तथा मीडिया भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। भविष्य में एक चौराहा, एक संस्था को दिया जायेगा जिसपर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता के साथ-साथ यातायात का भी संचालन करेगे ।
प्रश्न :- महिला सुरक्षा हेतु प्रशासन की क्या-क्या योजनाऍ है यह कैसे कम हो इस हेतु आपकी क्या योजनाऍ है ?
उत्तर :- पिछले वर्ष 16 दिसम्बर 2013 में हुई घटना के उपरान्त कानून में महिलाओं की सुरक्षा हेतु सुधार किये गये है । शहरों में एक पृथक से महिला थाना है, प्रत्येक थाने पर महिला डेस्क है, जहां पर केवल महिलाओं से संबंधित अपराधों पर ही कार्यवाही की जाती है। शासन द्वारा एक महिला हेल्पलाईन 1090 भी प्रारंभ की गई है, जिसपर त्वरित कार्यवाही की जाती है। सिटीजन कॉप के माध्यम से भी महिलाएं अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है। शहर में महिला पीसीआर संचालित की जा रही है, जो 24 घन्टे कार्य करती है। नगर पुलिस अधीक्षक स्तर पर महिलापरामर्शदात्रियां है, जो महिलाओं की समस्याओं पर सुनवाई करती है और उनका निराकरण करती है ।
प्रश्न :- असली व नकली लायसेंस के बीच में फर्क कैसे किया जा सकता है ?
उत्तर असली लायसेंस क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय द्वारा जारी किया जाता है, जो एक टेस्ट पॉस कर प्राप्त किया जा सकता है। इस लायसेंस पर आर.टी.ओ. के हस्ताक्षर भी रहते है ।
प्रश्न :- बच्चे 16 साल की उम्र से ही वाहन चलाना शुरू कर देते है फिर उन्हें लायसेंस 18 वर्ष के होने पर दिया जाता है ?
उत्तर 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को नाबालिग माना जाना है, ऐसा कानून बना हुआ है। 16 वर्ष या उससे कम उम्र के बच्चे वाहन चलाना जरूर सीख लेते है लेकिन वे शारीरिक एवं मानसिक रूप से परिपक्व नही हो पाते है। जब भीड वाली सड़को पर वाहन चलाते है तो यातायात के दबाव के कारण संतुलन खो देते है, जो यातायात दुर्घटनाओं का कारण बनती है। इसलिये 18 वर्ष की आयु पर लायसेंस दिया जाता है ।
प्रश्न :- बी.आर.टी.एस. पर दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है, जब हम बी.आर.टी.एस. कॉरीडोर पर गाडी चलाये तो हमे क्या सावधानिया रखनी चाहियें ?
उत्तर :- बी.आर.टी.एस. अभी नया बना है, इसलिये हमदुर्घटनाओं की तुलना नही कर सकते किन्तु बी.आर.टी.एस. कॉरीडोर पर चलते समय निम्नलिखित सावधानियां रखनी चाहियें :-
1. अपनी लेन में चले ।
2. अपने वाहनों को धीमे चलायें ।
3. कॉरीडोर में ओव्हर टेक न करें ।
4. कॉरीडोर की रेलिंग को कुदकर पार करने का प्रयास न करें नियत स्थानों से सड़क पार करें ।
5. अन्य सुरक्षा एवं यातायात नियमों का पालन करें ।
प्रश्न :- अपराध घटित होने पर पुलिस लेट क्यों पहुंचती है ?
उत्तर ऐसा नही है, जैसे ही पुलिस को सूचना मिलती है, पुलिस तत्काल मौके पर पहुचती है और अपनी कार्यवाही शुरू कर देती है ।
प्रश्न :- चोरी एवं डकैती के अपराधों में पुलिस तत्काल कार्यवाही क्यों नही करती है ?
उत्तरः- पुलिस कार्यवाही करती है, संपत्ति संबंधी अपराधों में पुलिस एक टीमवर्क के रूप में काम करती है। पुलिस में ऐसे अपराधों के लिये विशेष टीमें है, जो लगातार इन्ही अपराधों की विवेचना करती रहती है। कई बार पुलिस की कार्यवाही की खबर अपराधियों को न लगे इसलिये विवेचना को गोपनीय रखा जाता है तथा समय आने पर अपराधियों को पकड कर पतारसी भी की जाती है।
अच्छे प्रश्न पूछने वाले तीनबच्चों को पुरस्कार भी दिये गये ।
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