इन्दौर -दिनांक 21 जनवरी 2014- महिलाओं के विरुद्ध अपराध ज्यादा है, महिलाएं कहां सुरक्षित है? इन्दौर शहर का यातायात सबसे खराब है इसके लिये कौन जिम्मेदार है ? हर आदमी पुलिस की मदद करना चाहता है लेकिन पुलिस की कार्यवाही से डरता है क्यों ? कुछ इसी तरह के रोचक एवं गंभीर प्रश्न छात्राओं द्वारा पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर जोन इन्दौर श्री विपिन माहेश्वरी से किये गये ।
दिनांक 21-01-2014 को प्रज्ञा गर्ल्स हायर सेकेण्डरी स्कूल में बच्चों से संवाद करने जब पुलिस महानिरीक्षक, इन्दौर जोन श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस अधीक्षक, पूर्व श्री ओ.पी. त्रिपाठी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पूर्व जोन-2, श्री रामजी श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, यातायात सुश्री अंजना तिवारी नगर पुलिस अधीक्षक, आजाद नगर सुश्री सीमाला प्रसाद एवं यातायात के अधिकारी के साथ 500 छात्राओं से सम्मुख हुये। छात्राओं ने अपने सवाल बडी निर्भय होकर पूछे जिनका बडी ही शालीनता के साथ प्रतिउत्तर अधिकारीगण ने दिया।
इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक, इन्दौर जोन श्री माहेश्वरी नेअपने उद्बोधन में बताया कि अपनी पुलिस की तुलना सदैव विदेशी पुलिस या फिल्मों की पुलिस की जाती है, किन्तु युक्तिसगंत नही है। पुलिस समाज का आईना होती है जिस प्रकार हमारी जनता होगी पुलिस भी वैसी ही होगी ।
प्रश्न :- संवाद के दौरान स्कूल की छात्रा अनुष्का द्वारा पूछा गया कि क्या हमारे देश में महिलाओं के विरुद्ध ज्यादा अपराध होते है ?
उत्तर :- कोई भी ऐसा देश नही है जहां अपराध न होते हो । अपराध होने के बहुत कारण है उसमें सबसे महत्वपूर्ण है कि हम सभी की मानसिकता एवं व्यवहार से परिचित नही होते है । जागरूकता के कारण महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में कमी हुई है तथा कानून में काफी बदलाव भी हुआ है ।
प्रश्न :- क्या पुलिस पर राजनैतिक दबाव रहता है ?
उत्तर :- दबाव हर स्तर पर रहता है जैसे आप पर टीचर का, परीक्षा का दबाव । यह उस व्यक्ति पर निर्भर रहता है कि वह उसे किस रूप से लें । राजनैतिक दबाव को हमेशा विपरीत परिपेक्ष्य में नही लेना चाहियें । हमारा देश प्रजातांत्रिक देश है बहुत सारे लोग अपनी शिकायतें लेकर राजनेताओं के पास भी जाते है जहां से हमे शिकायतें मिल जाती है । लेकिन कोई व्यक्ति ईमानदार है तो वह इसदबाव का अच्छे से निर्वहन कर सकता है ।
प्रश्न :- प्राची ने पूछा ''हर आदमी पुलिस की मदद करना चाहता है लेकिन पुलिस के डर से मदद नही करता क्यों ?
उत्तर श्री माहेश्वरी जी ने बडी ही सहजता से कहां हम यही दूरी तो खत्म करना चाहते है और आप लोग अपनी बात खुलकर रखे साथ ही आपको खुशी होगी कि आज भी पुलिस की सूचना के मुखय आधार समाज के लोग ही है, जो सदैव पुलिस के लिये मददगार होते है लेकिन पुलिस चाहती है कि आप सभी लोग हमारे सहयोग में आगे आये ।
प्रश्न :- इन्दौर शहर का यातायात खराब है इसके लिए कौन जिम्मेदार है । पुलिस या पब्लिक ?
उत्तरः- किसी भी शहर के यातायात का निर्माण उसकी जनता के लोग करते है इसलिये हम हर बात के लिये सिस्टम को दोष नही दे सकते इसके लिये जनता में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता होना चाहिए। सड़क पर चलते समय अनुशासन बहुत जरूरी है तभी हम शहर में अच्छे यातायात की कल्पना कर सकते है ।
प्रश्न :- क्या एक अच्छी शिक्षा अपराधों को कम करने में सहायक है ?
उत्तर :- निश्चित रूप से शिक्षा एक बडा साधन है । बच्चो को प्राप्त मॉरल वेल्यु एवं वेल्यु एजुकेशन का ही जीवन में महत्वपूर्ण योगदान होता है ।प्रश्न :- जब आर.टी.ओ. लायसेंस बनवाने जाते है तो ऐजेन्ट को 1500 रूपये देने पडते है । दुर्घटना के समय हमारा गलत नम्बर लिखा दिया जाता है ।
उत्तर :- आप सही प्रक्रिया को ही अपनाये लायसेंस बनवाने हेतु मात्र 300/- रूपये फीस है। सड़क पर दुर्घटना होती है तो उस समय सड़क पर बहुत गाडियां होती है । मानवीय त्रुटि के कारण गलत नम्बर लिखा जाता है । ऐसी स्थिति में आप अपना पक्ष (सबूत) रख सकते है।
प्रश्न :- दीपांगी, नाबालिग और बालिग में अंतर क्यों किया जाता है ? क्या नाबालिग का अपराध, अपराध नही होता है ?
उत्तर :- 18 वर्ष के कम उम्र के बच्चो को नाबालिग माना जाता है वे अपने निर्णय लेने में सक्षम नही होते है । इसलिये संसद ने ऐसा कानून बनाया गया है ।
प्रश्न :- राशि, आटो चालक मीटर से नही चलते है अधिक किराया लेते है ?
उत्तर :- शहर में वर्तमान में 8000 रिक्शा है । उनके लिये मीटर से चलना कानूनी नियम है । हम समय की कमी कारण उनकी बात मान जाते है और बिना मीटर के चल देते है तथा उसकी मर्जी से पैसा दे देते है और उनकी शिकायत भी नही करते है । इसलिये उनके विरुद्ध कार्यवाही नही हो पाती है । यदि आपके साथ ऐसा होता हैतो आटो चालक का नम्बर नोट करें और यातायात के हेल्प लाईन के नम्बर 07312542575, 9479993730 एवं 07312349103 पर शिकायत करें या सिटीजन कॉप के माध्यम से भी शिकायत भेज सकते है।
प्रश्न :- स्कूलो में एन.सी.सी एवं एन.एस.एस. के प्रशिक्षण चलाये जाते है। पुलिस द्वारा क्यों नही ?
उत्तर :- हम इसकी कार्य योजना तैयार करेगे और शीघ्र ही प्रारंभ करेगे ।
अच्छे प्रश्न पूछने वाले तीन बच्चों को पुरस्कार भी दिये गये ।
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