इन्दौर - दिनांक ०९ अप्रेल २०११-अति० पुलिस अधीक्षक, अपराध इन्दौर मनोज कुमार राय ने बताया कि शहर में बीमा कंपनियों को फर्जी मेडीक्लेम प्रस्तुत कर क्लेम प्राप्त करने वाला गिरोह सक्रिय हैं, जिनमें शहर के कई नर्सिग होम, अस्पताल, पैथोलाजी लैब व मेडीकल स्टोर्स शामिल हैं, इस संबंध में आई.सी.आई.सी. लोम्बार्ड जनरल इन्श्योरेंस कंपनी द्वारा शिकायत पत्र प्राप्त हुआ था।
उप पुलिस अधीक्षक अपराध इन्दौर जितेन्द्रसिंह के निर्देशन में उप निरीक्षक किशन पंवार, प्र.आर. ओमप्रकाश तिवारी, आरक्षक अमरसिंह, जितेन्द्रसिंह, विजयसिंह चौहान को जांच पड़ताल हेतु लगाया, जांच के दौरान आई.सी.आई.सी. लोम्बार्ड जनरल इन्श्योरेंस कंपनी में पेश किये गये मेडीक्लेम दावा प्रकरण के संबंध में बीमा एजेण्ट सोनू पिता पोहूमल रूपानी नि० २९३७ सुदामा नगर, इन्दौर के बारे में जानकारी प्राप्त की तो पता चला कि सोनू का नार्थ हरसिद्धी में बीमा सेवा केन्द्र के नाम से आफिस हैं, जिसमें वह आर.टी.ओ. कार्य लायसेंस, रजिस्ट्रेशन, गाडियों का बीमा करने के साथ साथ आई.सी.आई.सी. लोम्बार्ड जनरल इन्श्योरेंस कंपनी का मेडीक्लेम का काम भी करता हैं। सोनू ने आई.सी.आई.सी. लोम्बार्ड जनरल इन्श्योरेंस कंपनी में अभी तक करीब ४५० लोगों का मेडीक्लेम बीमा करवाये हैं, इसके अलावा अपने भतीजे तरूण रूपानी के साथ बजाज जनरल इन्श्योरेंस कंपनी तथा अपने साथी लोकेश शर्मा के साथ ओरिएण्टल इन्श्योरेंस कंपनी का काम भी करता हैं।
आई.सी.आई.सी. लोम्बार्ड जनरल इन्श्योरेंस कंपनी में पेश किये दावा प्रकरणों के संबंध में पूछताछ की तो उसने बताया कि मैनें अभी तक अपने ग्राहकों में से करीब ८०-८५ ग्राहकों का मेडी क्लेम पेश कर चुका हूं जिनमें से १०-१५ केस वास्तविक थे बाकी सभी दावे फर्जी थे। सोनू ने बताया कि शहर के करीब ८-९ अस्पतालों के डॉक्टरों, पैथोलाजी लैब व मेडीकल स्टोर्स की मिली भगत से अस्पताल के फर्जी भर्ती व डिस्चार्ज का रिकार्ड तथा मरीज के ईलाज का रिकार्ड पैथोलाजी रिपोर्ट तथा फर्जी मेडीकल बिल बनवाकर क्लाइंट का पेश करता हूं। मेडीक्लेम दावा मंजूर होने पर क्लाइंट को अदायगी राशि का ४० प्रतिशत देता था व डॉक्टरों, पैथोलाजी लैब व मेडीकल स्टोर्स के बीच ५० प्रतिशत का बटवारा होता था तथा १० प्रतिशत राशि मैं स्वयं अपने लिये रखता था और एक हजार रूपये पार्टी से लेता था।
मेरे द्वारा आई.सी.आई.सी. लोम्बार्ड जनरल इन्श्योरेंस कंपनी में पेश किये गये प्रकरणों में से करीबन २० प्रकरणों में अदायगी कंपनी द्वारा की जा चुकी हैं जो करीब ६ लाख रूपये हैं तथा अन्य मेडीक्लेम प्रकरणों में प्रक्रिया जारी हैं। क्राईम ब्रांच द्वारा अभी तक की जांच से सोनू रूपानी के अलावा शहर में अन्य बीमा एजेण्टों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई हैं जो अपने क्लाइंटों को लालच देकर फर्जी मेडीक्लेम दावा प्रकरण बीमा कंपनी में पेश कर बीमा कंपनी के साथ धोखाधड़ी कर राशि प्राप्त करते हैं। इस धोखाधड़ी में शहर के कई छोटे बड़े अस्पताल, पैथोलाजी लैब व मेडीकल स्टोर्स संचालकों के शामिल होने की जानकारी प्राप्त हुई है, जिसकी तस्दीक की जा रही है।
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