इन्दौर दिनांक १६ फरवरी २०११- पुलिस अधीक्षक श्री डी निवास वर्मा ने बताया की विगत दिनांक ७.२.११ को दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास बायपास रोड पुलिया के किनारे अज्ञात पुरूष की लाष मिली थी,मृतक के शव को पीएम कराने के लिये एमवायएच भेजा गया , घटना स्थल पर मृतक की स्थिती व मृतक के शरीर पर पाई गई चोटों के आधार पर हत्या का मामला पाया गया ।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूर्व कुमार सौरभ के निर्देषन में ,नगर पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में तथा थाना प्रभारी लसूडिया विजयषंकर व्दिवेदी के मार्गदर्षन में टीम गठित कर अनुसंधान किया गय व टीम के सदस्यो में उपनिरीक्षक जे.पी जमरे , प्र.आर. विजयसिंह परिहार आरक्षक आषाराम व विजयसिंह भदौरिया को लगाया गया। घटना के बाद से लगातार जॉंच पडताल के दौरान मृतक की षिनाख्त काफी मेहनत व प्रयास करने के बाद गोपाल पिता गंगाराम बलाई उम्र २६ वर्ष निवासी ग्राम बंजारी पुलिस थाना मक्सी जिला शाजापुर के रूप में हुई ।घटना के बाद से लगातार मृतक गोपाल के ग्राम बंजारी मक्सी , देवास उज्जैन क्षेत्र में डेरा डालकर मृतक गोपाल से संबंधित लोगो से लगातार सम्पर्क कर पूछताछ की गई ।पूछताछ पर जानकारी मिली कि , मृतक गोपाल का पवनबाई पति सिद्धनाथ मालवीय निवासी ग्राम सोन्सर जिला देवास से अवैध सम्बन्ध थे, इसी आधार पर पवनबाई की तलाष शुरू की गई तो पवनबाई ने कई मनगढंत कहानिया सुनाकर कई लोगों के झूठे नाम प्रकरण से जोडने की कोषिष की ,लेकिन पुलिस उसकी बातों पर भरोसा न करते हुए सत्यता की खोज में डटी रही तो जो कहानी सामने आई वह इस प्रकार है ,पवन बाई आंगनवाडी सोन्सर गांव में चलाती है, मृतक गोपाल की दोस्ती पवनबाई के देवर मुकेष से होने से गोपाल का आना जाना ज्यादा होने से पवनबाई और गोपाल में प्रेम संबंध हो गए और इनका मिलना जुलना जारी रहा और मृतक गोपाल, पवनबाई को अपनी पत्नी बनाना चाहता था लेकिन पवन बाई ने शादी करने से मना कर दिया तो गोपाल इनको रोज परेषान करने लगा तो पवन बाई के पति सिद्धनाथ ने साढू राजाराम मालवीय निवासी नागझिरी उज्जैन व विक्रम निवासी कलमा देवास को बताकर गोपाल को मारने की योजना बनाई और दिनांक ४.२.११ को पवनबाई से फोन लगवाकर गोपाल को नेमावर ओंकारेष्वर घूमने के बहाने बुलाया और सभी लोग दो मोटरसायकल पर निकले नेमावर ओकारेष्वर घूमकर दिनांक ५.२.११ को वापस आते समय रात ०१ बजे करीब दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास बायपास रोड पुलिया के किनारे पेषाब करने के बहाने से रूके और पेषाब करके मृतक गोपाल जैसे ही मोटरसायकल चालू करने लगा इतने में सिद्धनाथ ने गोपाल के गले में रस्सी का फन्दा डालकर खीच दिया और सभी ने मिलकर गोपाल को रोड से नीचे पुलिया के पास पटक दिया और रस्सी को खीचकर तथा सिर में पत्थर व चाकू से प्रहार कर गोपाल की हत्या कर दी ।
उक्त अन्धे कत्ल को पर्दाफाष करने में उपनिरीक्षक जेपी जमरे , प्र.आर. विजयसिंह परिहार , आरक्षक आषाराम व विजय सिंह भदौरिया का सराहनीय योगदान दिया है। प्रकरण के आरोपीया पवनबाई पति सिद्धनाथ एवं आरोपीया के पति आरोपी सिद्धनाथ को गिरफ्तार कर लिया गया है , एवं अन्य दो आरोपी राजाराम मालवीय एवं विक्रम की गिरफ्तारी हेतु सरगर्मी से तलाष जारी है इन्हे कुछ ही घंटों में हिरासत में लेने की प्रबल संभावना है । पुलिस लसूडिया व्दारा जांच पडताल कर आवष्यक कार्यवाही की जा रही है ।
No comments:
Post a Comment