इन्दौर - दिनांक १० नवम्बर २०१०- पुलिस अधीक्षक पष्चिम/देहात श्री डी.श्रीनिवास वर्मा ने बताया कि दिनांक ०२ नवम्बर २०१० को आकाषवाणी के पास राऊ इंदौर निवासी श्रीमति कस्तूरीबाई ने थाना सिमरोल पर गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज कराते हुये बताया कि मेरी लडकी मिश्रीबाई पति भगत भील निवासी ग्राम धावडिया सिमरोल की रक्षाबंधन के समय से घर से गायब होकर कही चली गई है, जिसकी मैने काफी तलाष की कोई पता नही चला। इस सूचना पर पुलिस थाना सिमरोल द्वारा गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज कर गुमषुदा महिला मिश्रीबाई की तलाष की जा रही थी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महूॅ श्री पद्मविलोचन शुक्ल के मार्गदर्षन में थाना प्रभारी सिमरोल सी.एस. चढ्ढार, सहायक उपनिरीक्षक मंडलेकर, छबिनाथ ठाकुर, आर. संजय शर्मा, राजू तथा रामकुमार मिश्रा द्वारा गुमषुदा महिला मिश्रीबाई के संबंध में बारिकी व गोपनीय तरीके से जांच की गई व कस्तूरीबाई से विस्तृत पूछताछ की गई तो कस्तूरीबाई ने बताया कि मेरी लडकी मिश्रीबाई का छोटा लडका झिंगा पिता भगत (१३) का मुझसे मिलने आया था, मैने उसे उसकी मॉ मिश्रीबाई के संबंध में पूछा तो उसने बताया कि मॉ मिश्रीबाई को मेरे बडे भाई सिकरम ने रक्षाबंधन के एक दिन बाद जंगल में लकडी लेने के बहाने ले जाकर उसे मारकर जंगल में ही दफना दिया है। पुलिस सिमरोल द्वारा महिला कस्तूरीबाई के कथनो व जांच में मिले तथ्यो के आधार पर सिकरम पिता भगत भील के विरूद्व अपराध धारा ३०२, २०१ भादवि का कायम कर विवेचना में लिया जाकर आरोपी सिकरम को हिरासत में लेकर उक्त गुमषुदा महिला मिश्रीबाई के संबंध में पूछताछ की गई तो उसने अपनी मॉ मिश्रीबाई की हत्या कर लाष को जंगल में दफनाना स्वीकार कर लिया। उल्लेखनीय है कि आरोपी सिकरम अपनी मॉ मिश्रीबाई के चरित्र पर शंका करता था, इसी बात को लेकर रक्षाबंधन के दूसरे दिन उसने लकडी बिनने के बहाने अपनी मॉ को जंगल में ले जाकर उसकी हत्या कर दी थी। यह बात उसने अपने भाई झिंगा को भी बता दी थी तथा झिंगा को धमकी दी थी कि यह बात तुमने और किसी को बतायी तो तुम्हे भी जान से मार डालूगा।
पुलिस द्वारा आरोपी सिकरम पिता भगत भील (१९) निवासी ग्राम धावडिया को गिरफ्तार कर इसकी निषादेही पर मृतिका मिश्रीबाई का शव जंगल से उत्खनन करवाया जाकर फारेंसिक सांईस लेबोरेटरी भेजा गया तथा आरोपी को न्यायालय पेष किया जाकर प्रकरण में अग्रिम विवेचना की जा रही है। पुलिस थाना सिमरोल की उपरोक्त टीम को पुलिस अधीक्षक पष्चिम/देहात श्री डी.श्रीनिवास वर्मा द्वारा पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की गई है।
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